रीवा। टेलीकाम कंपनियों की मनमानी से अब ग्राहकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, शायद यहीं वजह है कि अब कंपनियों से लोग किनारा करने लगे है। मंहगे रिचार्ज और खराब नेटवर्क सुविधा के चलते लोगो ने निजी कंपनियों को बाय-बाय कर अब सरकारी सुविधा पर भरोसा जता रहे है। जिसका कारण निजी कंपनियों के अपेक्षा कम खर्च में मिलने वाली सुविधाएं है। रीवा शहरी क्षेत्र मात्र से 3 हजार से अधिक लोगो ने निजी टेलीकाम कंपनियों को छोड़ बीएसएनएल का हाथ थामा है, यह आंकड़े सिर्फ बीएसएनएल आफिस में पोर्ट होने वाली सिमो के है, इसके अलावा कई हजार सिम आपरेटर्स के पास पूरे जिले भर में एक माह में हुई है। कार्यालय में रोजाना 100 से अधिक प्रकरण पोर्ट के लिए पहुंच रहे है। एक बार फिर बीएसएनएल को लेकर लोगो में क्रेज बढ़ा है। हालांकि इसका बड़ा कारण कम खर्च में मिलने वाली सुविधाएं है। बीएसएनएल में ग्राहकों को बेहद सस्ते रिचार्ज प्लान उपलब्ध हैं। उदाहरण के तौर पर 197 का रिचार्ज कराने पर ग्राहकों को 150 दिन की वैलिडिटी मिलती है, जिसमें 2 जीबी इंटरनेट डाटा प्रतिदिन, 100 एसएमएस प्रतिदिन समेत अनलिमिटेड कॉलिंग देशभर के किसी भी नेटवर्क पर उपलब्ध रहती है। यह तो एक नमूना मात्र है। इसके अतिरिक्त और भी बहुत से सस्ते प्लान बीएसएनएल प्री-पेड में मौजूद हैं, जिन्हें ग्राहक ऑनलाइन इंटरनेट पर सर्च कर निजी कंपनियों के प्लान से तुलना कर सकते हैं। बताते हैं कि केंद्र सरकार की दकियानूसी की वजह से अब तक सरकारी बीएसएनएल कंपनी को 4जी स्पेक्ट्रम का लायसेंस नहीं मिल पाया है। जबकि लगभग सभी निजी मोबाइल कंपनियों को 4जी इंटरनेट सेवा देने का लायसेंस सरकार ने पिछले 6 सालों से दे रखा है। फिर भी बीएसएनएल की 3जी इंटरनेट सेवा शहर में ज्यादा बुरी नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में जरूर बीएसएनएल सेवा चरमराई हुई है, जो सरकार की ही नाकामी का परिणाम है।
रिचार्ज कर दिया महंगा, राजनीतिक संरक्षण–
बता दें कि विगत 25 नवम्बर से लगभग सभी निजी मोबाइल कंपनियों ने 25 प्रतिशत तक रिचार्ज महंगे कर दिए हैं। जबकि वर्ष 2020 में ही कंपनियों ने लगभग इतनी ही कीमतें रिचार्ज की बढ़ाई थीं। सरकार इन कंपनियों पर कोई लगाम नहीं कस पा रही है। यही कारण है कि पहले ग्राहकों को सस्ती सेवा का लालच देकर अब कंपनियों द्वारा लूटखसोट मचाई जा रही है। इसका एक प्रमाण यह भी है कि कोई भी मोबाइल कंपनी पूरे 30 दिन की वैधता किसी भी रिचार्ज पर नहीं देती। लगभग हर रिचार्ज पर इनका महीना 28 दिन में पूरा हो जाता है। निजी कंपनियों द्वारा सिर्फ मोबाइल नंबर जीवित रखने या वैलिडिटी के लिए न्यूनतम 100 रूपये तक का रिचार्ज अब कर रहीं हैं, जिससे मात्र 28 दिन ग्राहक को इनकमिंग व आउटगोइंग की सेवा मिल सके। इसके विपरीत बीएसएनएल में 19 रूपये से लेकर 23, 24, 27, 41 और 57 रूपये तक के रिचार्ज में 30 दिन की वैधता मिलती है, जिसमें 1 पैसा सेकेंड अथवा 20 पैसा मिनट जैसे टैरिफ प्लान एक्टिव रहते हैं।
दूसरी कंपनियों की तुलना में बीएसएनएल की खूबी—
– निजी कंपनी की कॉलिंग पल्स रिंग के साथ ही प्रारम्भ हो जाती है, जबकि बीएसएनएल की कॉलिंग पल्स फोन उठने के साथ शुरू होती है।
– मोबाइल नम्बर में आउटगोइंग की वैधता 30 दिन मिलती है, जबकि निजी कंपनी 28 दिन के हिसाब से एक महीने की वैधता तय करती हैं।
– दूसरी कंपनियों की अपेक्षा हर तरह के रिचार्ज सस्ती दर पर उपलब्ध हैं।
– बीएसएनएल में 319 जैसे कुछ अन्य रिचार्ज पर केवल अनलिमिटेड कॉलिंग फ्री मिलने जैसे प्लान है, जिसका उपयोग आप की-पैड वाले मोबाइल पर कर सकते हैं। इसके उलट निजी कंपनी इंटरनेट के बिना ऐसे कोई प्लान ग्राहकों को नहीं देती।
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