रीवा। बीते दो सप्ताह से रीवा जिले में वह घटनाएं हो रही है जिनका रीवा के इतिहास में कही उल्लेख नहीं है। रीवा में बम लगाने से लेकर कोर्ट व कलेक्ट्रेट परिसर को बम से उड़ाने जैसे कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं। बम लगाने वालो को पुलिस ने पकड़ा तो पुलिस के पहुंचे खूफिया पत्र जिसमें कोर्ट व कलेक्ट्रेट परिसर को बम उड़ाने की धमकी दी गई थी उसने हड़कंप मचा दिया। एक तरफ सुलझी पुलिस दूसरी तरफ उलझ गई। हालांकि एसपी नवनीत भसीन के प्रयासों ने अपराधियों की गर्दन दबोच ली और एसपी ने दोनो की मामलो का खुलासा कर डाला। बम लगाने वालो की कहानी हम आपको बता ही चुके है, आइए बताते है कि कोर्ट व कलेक्ट्रेट परिसर को बम से उड़ाने की सालिश के पीछे किसका हाथ था?
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आपसी रंजिस थी वजह…
आपसी रंजिश को भुनाने के लिए आतंकी संगठन का सदस्य बताकर फंसाने के लिए मीडिया दफ्तरों को गुमनाम पत्र भेजने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने मीडिया दफ्तरों को गुमनाम पत्र भेजकर कलेक्ट्रेट व जिला न्यायाललय को उड़ाने की प्लानिंग की जानकारी देते हुए अपने विरोधी व उसके बेटे को प्रतिबंधित संगठन सिमी सदस्य बताया था। इतना ही नहीं आरोपी ने पत्र में उल्लेख किया था कि रीवा के हाइवे में लि रहे खाली बम बाक्स मुस्ताक कबाड़ी व उसका पुत्र सोनू उर्फ असफाक द्वारा ही रखा जा रहा है। पत्र जब पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने जांच कर आरोपी को गिरफ्तार किया। बताया गया है कि आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसका और मुस्ताक कबाड़ी का जमीन विवाद चल रहा है। जिले के हाइवे में मिल रहे बम बाक्स के आरोपियों का पता न चल पा रहा था इसलिए उसने ऐसा पत्र लिखा। उसका मानना था कि पताशाजी के लिए पुलिस पिता-पुत्र को पकड़ेगी भले ही कार्रवाई न हो लेकिन पूछताछ दौरान मारपीट तो करेगी ही। बताया गया है कि गुमनाम पत्र भेजने वाला आरोपी अब्दुल हफीज अंसारी पुत्र अब्दुल मुद्दूस अंसारी उम्र 31 साल निवासी बिछिया का कमसरियत निवासी मुस्ताक कबाड़ी का संबंधी है। दोनो के बीच काफी समय से जमीनी विवाद चल रहा है। जिसका बदला लेने के लिए ऐसा किया है। आरोपी पुलिस के कब्जे में जिसके साथ अभी पूछताछ जारी है।
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कबाड़ व्यवसायी ने लगाई गुहार
शहर के कोर्ट और कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने वाली वायरल चिट्रठी में शहर के मुस्ताक अंसारी का नाम लिखा हुआ था। जिसमें बताया गया था कि उसके संबंध सिमी और नक्सलियों से है। यह जानकारी लगने के बाद कबाड़ व्यापारी मुस्ताक के पिता ने एसपी कार्यालय पहुंचकर बताया कि उससे रंजिश रखने वाले लोग उसके बेटे को फंसाने षडयंत्र के तहत उसे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जमीनी विवाद से जुड़े भूमाफियाओं पर झूठा आरोप लगाने की शिकायत की और पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने के बाद दोषी को सजा दिलाने मांग की है।
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अभी रहस्य बरकरार
बता दें कि रीवा में बम लगाने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद अब उनसे पूछताछ जारी है तीन दिन तक चली पूछतांछ के बाद न्यायालय में पेश कर सात दिन की रिमांड में उन्हें लिया गया है। फिलहाल कुछ साफ नहीं हुआ है। देश की बड़ी एजेंसिया भी इनसे पूछताछ कर रही है। देखा जा रहा है कि कहीं इनके संबंध आतंकी संगठनों से तो नहीं क्योंकि जो वजह उनके द्वारा बताई जा रही है वह पुलिस के गले से नहीं ऊतर रही है।
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