रीवा। जिले के एक मात्र नेत्रहीन विद्यालय में अध्यनरत व हास्टल में रहने वाले छात्रों की जान से खिलवाड़ की जा रही है। इनके लिए स्कूल व हास्टल में पर्याप्त व्यवस्थाएं न होने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हैरानी की बात यह है कि इस समस्या से प्रशासन अंजान नहीं है, लेकिन इसके बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही अब तक नहीं की गई है। जबकि इसको लेकर कई दफा मांग भी हो चुकी। बता दें कि छात्रों के रहने व अध्ययन के लिए बनाई गई बिल्डिंग में रेलिंग तक नहीं लगी हुई है।
छात्र कभी-कभी छत पर जा पहुंचते हंै और घूमते रहते हैं। ऐसे में वह कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। यहां की अव्यवस्थाओं को देख ऐसा लग रहा है कि प्रशासन हादसे के इंतजार में हैं। बता दें कि तत्कालीन नगर निगम आयुक्त द्वारा विद्यालय की मांग व पूर्व पार्षद नीरज पटेल के आग्रह पर नेत्रहीन विद्यालय में पेवर ब्लॉक लगवाया था, लेकिन ठेकेदार द्वारा गुणवक्ताविहीन काम किया गया और चंद वर्षों में ही यह उखड़ गए। नेत्रहीन विद्यालय व हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को यह उखड़े हुए पेवर ब्लॉक कभी भी चोटिल कर सकते हैं। बीच में ऐसे मामले आ चुके हैं। हालांकि ज्यादा जख्मी न होने से मामला दब गया।
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