रीवा। नारी अब अबला नहीं रही। वह सबला हो गई है। वह हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में नजर आ रही हैं। पिछले कुछ समय से नौकरियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी ही है। अब राजनीति में भी सक्रियता बढ़ी है नगर सरकार में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का अधिक दबदबा है। अभी हाल ही में आए निकाय चुनाव परिणामों से स्पष्ट है कि महिलाएं अब घर गृहस्थी तक सीमित नहीं अपितु राजनीति में भी भाग लेकर नारी समाज के हित का निर्णय लेने में स्वयं सक्षम हैं। निकाय चुनाव परिणामों पर नजर दौड़ाई जाय तो साफ है कि संभाग के 33 निकायों की 56 फीसदी से अधिक वार्डों यानी कुल 582 वार्डों में से 326 वार्डों में महिलाएं जीती है। इस तरह इन निकायों में होने वाले विकास कार्यों में महिला की भूमिका अहम् होगी। किसी भी निकाय में महिलाओं की अनदेखी कर कोर्इं निर्णय नहीं लिया जा सकता है। इस परिणाम में संभाग के तीन नगर निगम व दो नगरपालिकाएं व 28 नगरपरिषद हैं। एक नगर निगम सिंगरौली में महिला महापौर ही निर्वाचित हुई हैं। सीधी नगरपालिका का अध्यक्ष पद किस वर्ग के लिए आरक्षित है अभी स्पष्ट नहीं है। मैहर का अध्यक्ष पद महिला वर्ग के लिए आरिक्षत है। जबकि 50 फीसदी नगर परिषदों के अध्यक्ष के पद महिलाओं के लिए आरिक्षत हैं। इस तरह कहा जा सकता है कि महिलाएंकेवल पार्षद बन कर ही नहीं रहींगी अपितु अध्यक्ष के रूप में विकास का ढांचा भी तैयार करेंगी। इनमें से कई महिला नगर निगम की एमआईसी सदस्य व नगर पालिका व नगरपरिषदों में उपाध्यक्ष पदों की भी जिम्मेदारी संभालेंगी। निकाय चुनाव परिणामों में नगर दौडा़एं तो प्रथम चरण में रीवा में तीन निकायों के 45 वार्डों, सिगरौली नगर निगम के 45 वार्डों, सतना के 8 नगर परिषदों के 120 वार्डों के लिए चुनाव हुआ था जिनमें क्रमश: रीवा में 23, सिंगरौली में 26, व सतना के 120 वार्डों मेसे 83 में पार्षद पद के लिए महिलाएं निर्वाचित हुई हैं। इसी प्रकार दूसरे चरण में रीवा के नगरनिगम के 45 वार्ड व 9 नगरपरिषदों के 135 वार्डों कुल 180 वार्डों में 99 महिलाएं चुनी गईं। सीधी जिले ेके एक नगरपालिका व 3 नगरपिरषदों के 69 वार्डों में 37 वार्डों में सतना के एक नगरपालिका व नगरपरिषदों के 98 वार्डों में से 58 वार्डों में महिलाएं चुनाव जीती हैं।
जिला कुल वार्ड निर्वाचित महिला
रीवा 215 122
सतना 253 141
सीधी 69 37
सिंगरौली 45 26
योग 582 326