रीवा। संसद में अपने क्षेत्र का मुद्दा उठाने वाले सांसद तो देश मे कई है लेकिन क्षेत्र की समश्याओ के मुद्दे को छोड़ अन्य मुद्दे पर हमेशा ही चर्चा में रहने वाले मात्र एक सांसद रीवा जिले के सांसद जनार्दन मिश्र हैं! जन मुद्दों के लिए तो लोंगो के बीच उनकी विशेष चर्चा नही रहती लेकिन वह अपने बयानों को लेकर हमेशा ही चर्चा में रहते है। हाल ही में आयोजित एक कार्यशाला में दिया गया उनका भाषण चर्चाओ में है जिसमे उनके द्वारा भरस्टाचार के मानक तय कर दिए गए, तो आइए हम आपको उनके इस बयान की जानकारी देते है।
इस बयान में सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि सरपंच 15 लाख तक का भरस्टाचार कर सकता है। क्योंकि वह जब चुनाव लड़ता है तो 7 लाख खर्च करता है, वह सात लाख उसके वापस होने चाहिए और 7 लाख आगे के चुनाव के लिए चाहिए। 1 लाख बोनस कहीं महगाई बढ़ गई तो उसके लिए और हा अब इसके ऊपर सरपंच भरस्टाचार करे तो मेरे पास शिकायत लेकर आये। जनार्दन मिश्र के इस बयान के बाद लोंग इसके तरह तरह के मतलब निकाल रहे है। हालांकि उन्होंने इस बात को कहने के पहले मजाक में कहने की बात की थी लेकिन उनके इस बयान की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है। इसके पहले भी सांसद जनार्दन मिश्र अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे है। बता दे कि सरपंच सचिव के भरस्टाचार के मामले आये दिन प्रकाश में आते रहते है, एक जिम्मेदार जान प्रतिनिधि के इस प्रकार के बयान से ऐसे लोंगो को और बढ़ावा मिलने की बात विपक्ष के नेता कर रहे है। उनका कहना है कि सांसद की बातों से साफ है कि उनके पास 15 लाख तक के भरस्टाचार के मामले पर सुनवाई नही होती इसके बाद के भरस्टाचार के मामले उनके लेवल पर आते है। और चुनाव में होने वाले खर्च की वशूली नेता जनता के पैसे से ही करते है इस बात को भी सांसद ने माना है। जो उनके बयान में स्पस्ट है।