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रीवा। सड़क दुर्घटना में यदि किसी पीडि़त को तत्काल सहायता मिल जाए तो उसके प्राण बचाए जा सकते हैं। दुर्घटना पीडि़तों को तत्काल सहायता देकर उन्हें अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्तियों को परिवहन विभाग की गुड समरिटन योजना से पांच हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर मनोज पुष्प की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय समिति की बैठक में दुर्घटना पीडि़तोंको तत्काल सहायता देने वाले चार व्यक्तियों को प्रोत्साहन राशि देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। प्रस्ताव शासन से स्वीकृत होने पर इन चार व्यक्तियों को प्रशंसा पत्र तथा उनके बैंक खाते में पांच हजार रुपए की राशि प्राप्त होगी। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में हाइवे में बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं हो रही हैं। इन्हें रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही दुर्घटना के पहले घण्टे में पीडि़तों की सहायता करके उन्हें अस्पताल पहुंचाने वालों को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। प्रभारी अधिकारी यातायात दुर्घटना में सहायता पहुंचाने वाले व्यक्तियों को सहायता राशि देने के प्रस्ताव हर माह प्रस्तुत करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य दुर्घटना पीडि़तों को मानवीय संवेदना के साथ समय पर सहायता को प्रोत्साहित करना है। जो व्यक्ति दुर्घटना पीडि़त की सहायता करेगा उसे प्रोत्साहन राशि अवश्य दी जाएगी। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनएन मिश्रा तथा समिति के सदस्य उपस्थित रहे।