रीवा। सिरमौर एसडीएम अपने करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। बीएमओ को शिकायत लेने के लिए धमकाने लगे हैं। बीएमओ और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने कमिश्नर को पत्र सौंप कर आत्महत्या किए जाने की चेतावनी तक दे दी है। गालीगलौज किए जाने की शिकायत के बाद सिरमौर एसडीएम बीएमओ को ही फंसाने में लग गए हैं। जांच टीम बनाकर प्रताडि़त कर रहे हैं, ऐसा आरोप लगा है।
सिरमौर एसडीएम नीलमणि अग्निहोत्री ने पहले बीएमओ को गालियां दीं। अब बीएमओ ने इनके खिलाफ मोर्चा खोला तो उन्हें प्रताडि़त करने में लग गए हैं। बीएमओ सिरमौर डॉ प्रशांत शुक्ला ने इसकी शिकायत कमिश्नर से की है। ज्ञात हो कि 7 जुलाई को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान मतदान दल को मेडिकल किट वितरण से सिरमौर एसडीएम ने रोक दिया था। बीएमओ और उनके स्टाफ के साथ गालीगलौज की गई थी। इसकी शिकायत सिरमौर एसडीएम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों ने कलेक्टर, कमिश्नर से लेकर चुनाव आयोग तक से की थी। हालांकि सिरमौर एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। राजनीतिक संरक्षण का फायदा मिला। अब आचार संहिता खत्म होते ही सिरमौर एसडीएम बीएमओ सिरमौर को प्रताडि़त करने में लग गए हैं। इसकी शिकायत बीएमओ और डॉक्टरों ने कमिश्नर से की है। डॉ प्रशांत शुक्ला ने शिकायत में कहा है कि शिकायत वापस करने के लिए मुझे और परिवार के ऊपर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। परिवार को कार्यालय बुलाकर धमकाया जा रहा है। बीएमओ को प्रताडि़त करने के लिए एक शिकायत दर्ज कराई गई है। उसी मामले में जांच के नाम पर परेशान किया जा रहा है। बीएमओ ने सिरमौर एसडीएम पर पद के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, कमिश्नर से शिकायत कर सिरमौर एसडीएम की प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या किए जाने की भी बात कही है। बीएमओ के समर्थन में हालांकि सभी डॉक्टर एकजुट हैं। डॉ अभिषेक, डॉ सौरव, डॉ वीरेन्द्र, डॉ निखिल, कुलदीप पाटीदार आदि ने बीएमओ के साथ कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
अधिवक्ता ने भी खोला मोर्चा
सिरमौर एसडीएम की अभद्रता और तानाशाही के खिलाफ अधिवक्ता राजकुमार तिवारी ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री और कमिश्नर रीवा संभाग रीवा से एसडीएम को हटाने की मांग की है। साथ ही यह भी चेतावनी दी है कि यदि सिरमौर एसडीएम को एक सप्ताह के अंदर हटाया नहीं गया तो वह मजबूरन अनशन पर बैठ जाएंगे। उन्होंने एसडीएम की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। उनका आरोप है कि सिरमौर एसडीएम अभद्र हैं। लोगों से ठीक ढंग से बात तक नहीं करते। शिकायतें लेकर जाने वाले को धमकी देते हैं। सभी के साथ गलीगलौज करते हैं। एसडीएम पीएससी टॉपर होना बताकर धौंस जमाते हैं। जल्द से जल्द सिरमौर एसडीएम को हटाने की मांग की है।
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