रीवा। विद्युत विभाग के एक जेई ने नियमों को ही धता बता दिया। मुख्य अभियंता से आदेश क्या हुआ बिना कार्यमुक्त हुए ही आदेशित संस्था में पहुंच कर ज्वाइनिंग कर ली। जेई को इस लापरवाही पर पश्चिम संभाग के कार्यपालन अभियंता ने नोटिस जारी किया है।
नियमों को धता बनाने वाले जेई प्रकाश गौतम है। यह पूरी उम्र गोविंदगढ़ में ही नौकरी करके काट दी। उनका गृह ग्राम ओढ़की है। इसलिए यहां से अन्यत्र जाना नहीं चाहते। यही वजह है कि घूफिर कर फिर वहीं पहुंच गए है। मुख्य अभियंता कार्यालय ने जेई प्रकाश गौतम का स्थानांतरण इंजीनियरिंग कॉलेज वितरण केन्द्र कर दिया था। अधीक्षण अभियंता कार्यालय ने इन्हें 18 अगस्त को इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए कार्यमुक्त करते हुए 19 अगस्त को अपनी उपस्थिति इंजीनियरिंग कॉलेज वितरण केन्द्र में देने के निर्देश दिए थे। श्री गौतम नियम तिथि में उपस्थित नहीं हुए। राजनीतिक सिफारिश में लगे रहे। जब जुगाड़ नहीं बना तो 23 अगस्त को इंजीनियरिंग कॉलेज वितरण केन्द्र में उपस्थिति दर्ज कराई। हालांकि शाम को ही मुख्य अभियंता कार्यालय से 23 अगस्त को इनका स्थानांतरण इंजीनियरिंग कॉलेज वितरण केन्द्र का निरस्त कर दिया गया। आदेश जारी होने के बाद बिना किसी सूचना और कार्यमुक्त आदेश के ही प्रकाश गौतम कनिष्ठ अभियंता सिम पश्चिम संभाग के कर्मचारी आनंद पटेल कार्यालय सहायक श्रेणी 3 को देकर चले गए। इस लापरवाही को मप्र सिविल सेवा आचरण संहिता नियम 1965 के नियमों के विपरीत मनाया गया है। कार्यपालन अभियंता पश्चिम संभाग ने जेई को नोटिस जारी कर तत्काल कार्यस्थल पर उपस्थिति के निर्देश दिए है।
नेाटिस में य- कहा गया है
कार्यपालन अभियंता संचारण संधारण पश्चिम संभाग रीवा ने प्रकाश गौतम जेई को नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा है कि उन्हें वितरण केन्द्र गोविंदगढ़ से स्थानांतरित कर अधोहस्ताक्षरकर्ता के अधीनस्थ वितरण केन्द्र इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा में पदस्थ किया गया था। इसके बाद अधीक्षण अभियंता रीवा वृत्त के आदेश के माध्यम से 18 अगस्त 2022 की दोपहर गोविंदगढ़ वितरण केन्द्र से कार्यमुक्त कर 19 अबगस्त 2022 को वितरण केन्द्र इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा में उपस्थित होने के आदेश जारी किया गया था। इसके बाद एसई के आदेश के परिपालन में वितरण केन्द्र इंजीनियरिंग कॉलेज में 23 अगस्त को दोपहर कार्य पर उपस्थित दर्ज करायी गई। बीएसएनएल सिम लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा का कार्य आरंभ्ज्ञ किया गया। प्रकरण श्री गौतम इंजीनियरिंग कॉलेज वितरण केन्द्र के कर्मचारी हुए। हालांकि मुख्य अभियंता कार्याललय से 23 अगस्त को आदेश जारी कर श्री गौतम का स्थानांतरण आदेश निरस्त कर दिया गया लेकिन आदेश जारी करने के बाद श्री गौतम इंजीनियरिंग कॉलेज विरतण केन्द्र के कर्मचारी हो गए थे। उन्हें जीईसी रीव से स्थानांतरण होने एवं उच्च अधिकारी द्वारा कार्यमुत करने के बाद ही इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा से कार्यमुक्त होना था। आदेश में कहा गया है कि सीई रीवा के आदेश के परिपेक्ष्य श्री गौतम को मुक्त नहीं किया गया। डीई ने श्री गौतम को आदेश में कहा है कि उनका यह कृत्य मप्र सिविल सेवा आचरण संहिता नियम 1965 के नियमों के विपरीत है। तुरंत वितरण केन्द्र पहुंच कर उपस्थिति दर्ज कराए वर्ना अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।