रीवा। सरकार भले ही गरीबों का सहारा बनने की बात करती है लेकिन हकीकत तो यह है कि जिस पर गरीबी की मार पढ़ती है उसका सहारा न ही सरकार बन पाती है और न ही कोई जनप्रतिनिधि आगे आता है। गुढ़ नगर स्थित वार्ड क्रमांक 6 में एक ऐसा परिवार गरीबी की मार झेल रहा है। इस परिवार में पांच बच्चों सहित उनका पिता भी दिव्यांग है, इनके घर में दाना-पानी चलाने वाली सिर्फ उनकी मांग है जो किसी तरह से मेहनत मजदूरी कर गरीब परिवार का भरण पोषण कर रही है। इस परिवार में 3 लड़कियां एवं 2 बच्चों के बीच व उनका पिता के अलावा उनकी मां को छोड़कर सभी दिव्यांग होने के कारण इनके पास जीवन यापन का कोई सहारा नहीं है एवं इनके पास कमाई का जरिया कुछ नहीं है बस पत्नी आटा चक्की का सहारा लेकर अपने पति एवं तीन लड़कियां दो बच्चों का पालन पोषण कर रही है।
पढ़े-लिखे है बच्चे
बता दें कि गरीबी के बाद भी बच्चों की मां ने उन्हें उच्च स्तर की शिक्षा दिलाई है। इस दिव्यांग परिवार में बीए, एमए की डिग्री लेकर घर में बैठे हैं। दिव्यांग होने के कारण उनको कोई नोकरी अब तक नहीं मिली है। बताया जाता है कि कई दफा इनको लेकर सरकार से गुहार लगाई गई लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई। जनप्रतिनिधि भी आते है और हौसला देकर चले जाते हैं इसके बाद इनकी कोई खबर तक नहीं लेता।
मदद की अपील
बता दें कि इस गरीब परिवार की मदद के लिए समाजसेवी कुंवर कपिध्वज सिंह ने आश्वासन दिया है, आप भी इस गरीब परिवार की मदद कर सकते हैं, यदि आप के पास कोई भी कागजी व घर बैठे ऑनलाइन या इस प्रकार के कार्य के लिए कर्मचारी चाहिए तो आप इस परिवार के पढ़े-लिखे बच्चो से यह काम करा सकते है और इसके बदले मिलने वाली सैलरी से इनके परिवार पर लगा यह गरीब का दाग भी मिटेगा। विंध्य वाणी न्यूज आमजन से अपील करता है कि इस गरीब परिवार की हर संभव मदद करने की कृपा करें।
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