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रीवा। ऐतिहासिक रीवा के रानी तालाब में बना वर्षो पुराना मंदिर पहली बारिश में ही भरभरा कर गिर गया है। बताया जाता है कि उक्त मंदिर में भगवान भोले नाथ की प्राचीन प्रतिमा थी। मंदिर गिर जाने से भगवान की प्रतिमा भी असुरक्षित हो चुकी है, उक्त मंदिर में वर्षो पुरानी शिवलिंग स्थापित थी। जिसके चलते शिव भक्तों के लिए यह मंदिर आस्था के केन्द्र रही है। रोजाना यहां सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु पूजा अर्चना करते हैं। गनीमत रही कि जब यह मंदिर गिरा तब वहां कोई नही था, भगवन ने श्रद्धालुओं की रक्षा की और किसी प्रकार की जनहानि नही हुई।
सवालों में ननि की कार्यप्रणाली
लेकिन इस मंदिर के यूं बारिश के चलते काँच की तरह विकहर कर गिर जाने से प्रशासन व नगर निगम की कार्य प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। बता दें कि इस मंदिर व तालाब से हर वर्ष नगर निगम लाखो रुपये कमाता है लेकिन मेंटिनेंस नही किये जाने से प्राचीन मंदिर धराशाई हो गया। सौंदर्यीकरण के दौरान मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ था लेकिन इसके बाद इसकी पूंछ किसी ने नही की लिहाजा मंदिर हल्की बारिश में ही धराशाई हो गया।
नवनिर्माण की मांग
मंदिर गिर जाने के बाद से ही यहां आने वाले श्रद्धालु नवनिर्माण की मांग कर रहे हैं। चूंकि रानी तालाब एक ऐसा परिसर है जहां चारो तरफ देवी देवता का बास है ऐसे में यहां के मंदिरों को संरक्षित करने की काफी आवश्यकता है। मंदिर के गिरने की खबर से श्रद्धालु काफी दुखी है।