रीवा। कलेक्टर मनोज पुष्प ने लाडली लक्ष्मी योजना एवं मातृ वंदना योजना के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने इस बात पर असंतोष प्रकट किया अभी तक दोनों योजनाओं की प्रगति अत्यंत कम है। समीक्षा के दौरान बताया गया कि लाडली लक्ष्मी योजना का इस वर्ष का लक्ष्य 11252 लाडलियों को लाभान्वित करने का है। इसके विरूद्ध प्रगति 1074 ही है। इसी प्रकार मातृ वंदना योजना अन्तर्गत वार्षिक लक्ष्य 22809 का है जबकि प्रगति मात्र 2158 है। कलेक्टर ने 20 प्रतिशत से कम प्रगति पर सिरमौर परियोजना के मझिगवां की पर्यवेक्षक संतोष मिश्रा, डेल्ही
की पर्यवेक्षक राजकुमारी उपाध्याय एवं हनुमना परियोजना के पर्यवेक्षक परमानंद गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उन्होंने विगत दिवस लोकायुक्त द्वारा कार्यवाही किये जाने पर मऊगंज की प्रभारी परियोजना अधिकारी माया सोनी और पर्यवेक्षक अंजू त्रिपाठी को निलंबित किया है। कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान 50 प्रतिशत से कम प्रगति लाने पर 32 पर्यवेक्षकों को एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में अत्यंत कम प्रगति पर 30 पर्यवेक्षकों कीे असंचयी प्रभाव से दो वेतन वृद्धियां रोकने हेतु कारण बताओ सूचना पत्र दिया है। कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता की योजना है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही छम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत लाडली बेटियों को लाभान्वित करने का अभियान चलाये और इसके लिए उनका पंजीयन कर उन्हें लाभान्वित करें। उन्होंने कहा कि मातृ वंदना योजना अन्तर्गत गर्भवती माताओं का पंजीयन कर उन्हें मिलने वाले लाभ से लाभान्वित करें। प्रत्येक गर्भवती माता का पंजीयन कर उसे एक हजार रूपये एवं बच्चे के टीका लगने के उपरांत 2 हजार रूपये तथा अंतिम किस्त 2 हजार रूपये से लाभान्वित करें।