रीवा। आयुष्मान योजना की प्रोत्साहन राशि मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को खूब रास आ रही है। यही वजह है कि डीन खुद योजना के नोडल बन गए हैं और डॉक्टरों को सुपरवाइजर बना दिया गया है। अस्पताल अधीक्षक को दरकिनार कर दिया गया है। यह सारा ताना बाना प्रोत्साहन राशि को लेकर की गई है। यही वजह है कि कर्मचारियों को पिछले डेढ़ साल से प्रोत्साहन राशि की फूटी कौड़ी नहीं मिली और डॉक्टरों के बिल पास हो गए। डीन चार जगहों पर नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। यानि 8 फीसदी कमीशन तय है।
ज्ञात हो कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और एसजीएमएच में आयुष्मान योजना लागू है। यहां आयुष्मान कार्डधारियों को नि:शुल्क इलाज दिया जाता है। वहीं इलाज के बदलने शासन से मिलने वाली राशि डॉक्टरों से लेकर कर्मचारियों तक में प्रोत्साहन राशि के रूप में वितरित होती है। इसी कमीशन की राशि की अब अस्पताल में खींचतान मची हुई है। हर कोई कमीशन पाने की फिराक में दांव पेंच लगा रहा है। पहले इस योजना में नोडल अधिकारी एक ही थे, लेकिन कमीशन ज्यादा देख पूरे सिस्टम में ही बदलाव कर दिया गया है। अब नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी खुद डीन ने सम्हाल ली है। सुपर स्पेशलिटी से लेकर एसजीएमएच तक के नोडल वह खुद बन बैठे हैं। वहीं पूर्व के नोडल को सुपरवाइजर की जिम्मेदारी सौंप दी है। आयुष्मान योजना में प्रोत्साहन राशि लाखों रुपए में आती है। यही राशि अब मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को खूब रास आ रही है।
अप्रैल 2021 से अटकी है प्रोत्साहन राशि
मेडिकल कॉलेज अंतर्गत सुपर स्पेशलिटी और संजय गांधी अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को इलाज की सुविधा दी जा रही है। आयुष्मान के तहत इलाज में रीवा प्रदेश में अव्वल है। सबसे अधिक सेवाएं दे रहा है। इसके बाद भी यहां के नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। अप्रैल 2021 से अब तक आयुष्मान योजना की प्रोत्साहन राशि की एक फूटी कौड़ी तक कर्मचारियों को नहीं मिली है। वहीं सूत्रों की मानें तो डॉक्टरों को यह राशि बिना लेटलतीफी के जारी कर दी गई है।
आयुष्मान के लिए नए दायित्व ऐसे तय किए गए
नाम, पदनाथ दायित्व
सीईओ, अधिष्ठाता मेडिक कॉलेज नोडल अधिकारी 01,एसजीएमच
सीईओ, डीन, अधीक्षक जीएमएच नोडल अधिकारी 2
डॉ अम्बरीश मिश्रा, सह प्राध्यापक संस्था सुपरवाइजर
धीरेन्द्र मिश्रा, सहायक प्राध्यापक संस्था सुपरवाइजर
डॉ आलोक सिंह प्राध्यापक संस्था सुपरवाइजर
डॉ विनोद यदलवार प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ उमेश प्रताप सिंह सहायक प्रा. विभागीय सुपरवाइजर
डॉ मुकेश तिवारी, सहायक प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ निमिषा मिश्रा, प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ पीके लखटकिया, प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ विमल ङ्क्षसह, सहायक प्राध्या. विभागीय सुपर वाइजर
डॉ प्रभात सिंह सहायक प्राध्यापक विभागीय सुपर वाइजर
डॉ पद्मा शुक्ला सह प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ अजीत कुमार सह प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ दिवाश्री शर्मा सहायक प्राध्या. विभागीय सुपरवाइजर
डॉ सुजाता लखटकिया, सहा. प्राध्या. विभागीय सुपरवाइजर
डॉ सुरेन्द्र मोपाची, प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ आशीष घनघोरिया, सहा. प्राध्या. विभागीय सुपरवाइजर
डॉ रंजीत झा, सह प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ व्हीडी त्रिपाठी, सह प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ अविजित सिंह, सह प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ रोहन द्विवेदी, सहा. प्राध्यापक विभागीय सुपरवाइजर
डॉ आदित्य राव, मेडिक आफीसर विभागीय सुपरवाइजर
किसे कितना तय है प्रोत्साहन राशि
आयुष्मान पैकेज की 60 फीसदी राशि महाविद्यालय को दी जाएगी। इस राशि का 30-30 फीसदी के अनुपात में उपयोग किया जाएगा। आयुष्मान पैकेज की 15 फीसदी राशि चिकित्सकों की प्रमुख टीम को जाएगी। मेडिकल पैकेज में 15 फीसदी राशि में से 5 फीसदी राशि लैब टेक्नीशियन एवं पैरामेडिकल स्टाफ को दी जाएगी। सर्जिकल पैकेज में 15 फीसदी राशि में से 5 फीसदी राशि निश्चेतना विशेषज्ञ को दी जाएगी। रेडियोलॉजिस्ट बायोकेमिस्ट, पैथालॉजिस्ट, माइक्रोबायलॉजिस्ट को पैकेज की 3.5 फीसदी राशि दी जाएगी। आयुष्मान नोडल अधिकारी को 2 फीसदी राशि दी जाएगी। नर्सिंग स्टाफ को 3.5 फीसदी राशि दी जाएगी। आयुष्मान मित्र एवं सुपरवाइजर को पैकेज की राशि का 4 फीसदी और वार्ड ब्वाय , क्लास 4 को 2 फीसदी राशि दी जाएगी।
वर्सन….
कर्मचारियों के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। लंबी प्रक्रिया होती है। इसमें थोड़ा वक्त लगता है। जल्द ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। शासन से निर्देश के बाद नई जिम्मेदारियां तय की गई है। इसी के तहत डीन को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
डॉ अम्बरीश मिश्रा
पीआरओ, मेडिकल कॉलेज रीवा
०००००००००००००००००००