रीवा। प्रदेश भर के जूनियर डाक्टरो सहित संजय गांधी अस्पताल के जूनियर डाक्टर भी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। बता दें कि चिकित्सकों के रिक्त पदों को न भरे जाने एवं नीट पीजी काउंसिलिंग में देरी को लेकर जूडा में भारी आक्रोश है। हड़ताल कर जूडा ने ओपीडी से बुधवार को भी दूरी बनाए रखी, जूडा की हड़ताल से मरीजों को भारी परेशानी हो रही है। ओपीडी मे मरीजों की भीड़ को वरिष्ठ चिकित्सक नहीं संभाल पा रहे हंै। आलम यह है कि कई मरीज बिना उपचार के ही वापस लौट रहे हैं। बता दे कि पूर्व में भी जूडा हड़ताल पर जा चुके है और 16 दिसंबर तक का समय मांगो को पूरा करने के लिए दिया था लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया। बता दें कि मध्यप्रदेश के 6 मेडिकल कालेज सहित श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहे। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के डीन सहित राज्यपाल को भी पत्र लिख कर भेजा है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि नीट पीजी 2021 की परीक्षा 11 सितंबर को सम्पन्न हो चुकी है लेकिन नये बैच के भर्ती प्रक्रिया की शुरूआत तक नही हुई। जानकारी के अनुसार एसएस मेडिकल कॉलेज का वर्ष 2018 का बैच जा चुका है, वहीं 2019 का बैच अप्रैल में चला जायेगा। ऐसे में चिकित्सकों की संख्या काफी कम रहेगी।
नर्स एसोसिएशन ने भी दिया समर्थन
बता दे कि जूनियर डाक्टरों की हड़ताल का समर्थन नर्स एसोसिएशन ने भी किया है। इस संबंध में अध्यक्ष अंबिका तिवारी ने बयान जारी करते हुए कहा कि वह जूनियर डाक्टरों की हड़ताल का समर्थन करती है उनकी मांगे जायज है और इन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। नर्सिंग स्टाफ भी जूनियर डाक्टरों के समर्थन पर जाएगा।
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