रीवा। जवा पुलिस ने पुजारी की हुई अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाते हुये आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी आश्रम के करीब ही रहने वाला निकला। जिसने बताया कि पुजारी उसकी बहन और भाभी पर गलत निगाहें रखता था। पुलिस ने आरोपी से हत्या में प्रयुक्त लाठी बरामद कर न्यायालय में पेश कर दिया। थाना प्रभारी जवा ने बताया कि हत्या के आरोप में भक्ता टोला निवासी राधेश्याम उर्फ गोलू चर्मकार पिता मुंशीलाल 25 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी से हत्या में प्रयुक्त बांस की ठोस लाठी बरामद कर ली गई है, जिसे वह समीप रखे बालू में छुपा कर रखे हुये था। पूछतांछ में आरोपी ने बताया कि दादू शिव-आश्रम में रहने वाला पुजारी त्रिभुवन प्रसाद केवट पिता स्व. काशी प्रसाद केवट 75 वर्ष निवासी ग्राम रतनी थाना जवा नियत से कच्चा था। उसकी नाबालिग बहन सहित उसकी भाभी पर गलत निगाहें रखता था। पूछतांछ में आरोपी ने बताया कि पुजारी आश्रम में गांजा पीता था वहीं कुल लफंगे भी उसके साथ गांजा पीने आते थे, जो उसकी बहन पर डोरे डालते थे और पुजारी उनको संरक्षण देता था। इस बात को लेकर कई बार आरोपी ने पुजारी को समझाया भी लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। यहां तक की पुजारी ने उसकी मर्दानगी पर सवाल उठा दिया था। जिससे आहत होकर आरोपी ने 27 जनवरी की अलसुबह सोते समय लाठियों से वार कर मौत के घाट उतार दिया था। जिसकी जांच कर पुलिस ने संदेह के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान हत्या का रहस्य उजागर हो गया।
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