जबलपुर। शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पाठन का विरोध पूरे मप्र में हो रहा हे, चारो तरफ विरोध के स्वर देखे जा रहे हैं तो वहीं चारो तरह पुतला दहन और विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। मप्र विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बड़े बयान के बाद अब गौं.संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज ने पठान मूवी को लेकर दीपिका पादुकोण के द्वारा भगवा वस्त्र का पहनने का विरोध किया है, साथ ही कहा है कि मैं हर उस व्यक्ति के साथ हूं जो कि पठान फिल्म का विरोध कर रहें है। स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज ने कहा है कि भारतीय संस्कृति का हमें ध्यान रखना जरूरी है। पठान फिल्म में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान ने जिन वस्त्रों को धारण किया है वह आपत्तिजनक है और पूरी तरह यह गलत भी है।
गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गेरुआ कपड़े जो होते हैं वह सूर्य के तेज का प्रतीक कहे जाते हैं और इन कपड़ों को साधु संत और महात्मा धारण करते हैं। वही दूसरी और फिल्म अभिनेता शाहरुख खान ने जो हरी शर्ट पहनी है वह सीधे-सीधे भारतीय संस्कृति के साथ मजाक करने जैसी है, स्वामी अखिलेश रन महाराज ने इस फिल्म के माध्यम से फिल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर से पूछा है कि आप इस फिल्म के माध्यम से आखिर क्या मैसेज जनता को देना चाहते हैं और आपकी मानसिकता क्या है? उन्होंने पूरे देश में हो रहे विरोध को जायज बताया है। उन्होंने कहा कि वह भी इस मूवी का पूरा विरोध करते हैं। साफ तौर पर कहते हुए बोले कि मध्यप्रदेश में इस मूवी को बैन भी होना चाहिए क्योंकि प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पहले ही कह चुके हैं कि इस फिल्म में भगवा वस्त्रों से संबंधित तमाम दृश्य को हटाना चाहिए। शाहरुख खान का भी बहिष्कार होना चाहिए और मैं तो यहा तक कहता हूं कि अगर दुश्मन देश से ऐसे लोगों को हमदर्दी है तो यह लोग भारत छोड़कर चले जाएं पाकिस्तान।