रीवा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल दिन प्रतिदिन नये आयम स्थापित कर रहा है। इसी अनुक्रम में अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग को नयी सौगात पीईएलडी (परक्युटेनियश एण्डोस्कोपिक लंबर डिसेक्टोमी) मशीन के रूप में प्राप्त हुई है। पीईएलडी प्रक्रिया से पुरानी पीठ दर्द और अक्षमता से पीडि़त को लाभ होता है। इस का उपयोग अक्सर पतित डिस्क, उभरा हुआ डिस्क या हर्नियेटेड डिस्क से पीडि़त रोगियों के इलाज में किया जाता है। इस का उपयोग तब भी किया जा सकता है जब रोगी तीन महीने या उससे अधिक समय तक प्रत्यक्ष इन्जेक्शन उपचारों सहित पारंपरिक प्रबंधन उपचारों का जबाव देने में विफल रहता हैं। यह सर्जरी रीढ़ की हड्डी के ट्यूमर, संलयन और रीढ़ की हड्डी संरचनात्मक विकृतियों के इलाज में सफल पायी गई है। इस पद्धति द्वारा छोटे चीरे एवं मरीज को कम दर्द के साथ जटिल से जटिल समस्या का अधिक सूक्ष्मता से इलाज किया जा सकेगा। अस्पताल प्रबंधन ने इस सौगात का श्रेय विधायक रीवा राजेन्द्र शुक्ल, आयुक्त अनिल सुचारी , अधिष्ठाता डॉ. देवेश सारस्वत, अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव सुपर स्पेशलिटी एवं न्यूरोसर्जरी विभाग के अथक प्रयासों से संभव हो पाई है। अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि भविष्य में न्यूरोसर्जरी विभाग द्वारा नये आयामों को प्राप्त करने के और भी प्रयत्न किये जा रहे हैं ताकि और अधिक से अधिक मरीजो को लाभान्वित किया जा सकें।