रीवा। लोकायुक्त की कार्यवाही लगातार जारी है, बावजूद इसके रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। शुक्रवार की अल सुबह चित्रकूट नगर परिसद के सीएमओं कृष्णपाल सिंह 1 लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़े गए। उनके द्वारा यह रिश्वत अपने और वरिष्ठ अधिकारी सुप्रीमो के नाम से मांगी जा रही थी। जानकारी के मुताबिक चित्रकूट में पदस्थ समयपाल जयशंकर तिवारी का वर्ष 2020 में कोरोना कॉल के दौरान मौत हो गई थी, जिसके बाद उनका बेटा अनिल तिवारी(अन्नू) निवाशी चित्रकूट अनुकंपा नियुक्त के लिए आवेदन किया था। पहले तो सीएमओ उसे पारिवारिक अड़चनों का बहाना लगाकर घूमाते रहे लेकिन धीरे-धीरे वह अपने असली रंग में और खुलकर अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर 2 लाख की रिश्वत मांग डाली। पीड़ित आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण इतनी बड़ी राशि दे पाने में इनकार किया तो उनके द्वारा दया की बात करते हुए 1 लाख रुपये की मांग की गई। पीड़ित कई माह तक कार्यालय के चक्कर काटता रहा और सीएमओ से गुहार लगाता रहा लेकिन उन्होंने एक न सुनी। जिसके बाद पीड़ित आवेदक ने लोकायुक्त एसपी को मामले की जानकारी दी। पीड़ित के मामले की जांच कर सभी फॉर्मिल्टी पूरी कर शुक्रवार को सीएमओ को रिश्वत देने की बात कह पीड़ित मिला और जैसे ही 1 लाख की रिश्वत सीएमओ के हाथ मे दी उसे लोकायुक्त की टीम ने धर दबोचा। बता दे कि मामले मेआ कार्यवाही अभी जारी है। वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता भी मानी जा रही है।
शिकायतकर्ता अनिल तिवारी अन्नू