रीवा। पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणालिया हमेशा ही चर्चा का विषय बनी रहती हैं, चाहे वह अच्छाई को लेके हो चाहे वह बुराई के लिए। बहुत कम अधिकारी ही पुलिस के जनता के बीच लोकप्रिय होते है। इन दिनों पुलिस प्रशासन का एक नाम जनता के बीच फिल्मी कलाकारों की तरह चर्चाओ में है। लोंग इस नाम को फिल्मी पुलिस नाम से भी जोड़ रहे हैं। अभी तक चर्चाओ में सुनी जाने वाली बात सड़क पर उस वक़्त लोंगो की जुबान पर आ गई जब अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल सड़क पर पैदल गस्त करने निकल पड़े। लोंगो ने उन्हें सिंघम नाम से पुकारा और अपराधियों को सबक सिखाने की बात कही। बता दें कि हाल ही में पीके स्कूल के पास बाइक चालक के साथ मारपीट किये जाने की घटना पर अमहिया पुलिस एक्शन पर उतर गई। एक साथ ही कई कार्रवाई करने के साथ ही थाना क्षेत्र में पैदल गस्त शुरु कर दी है। थाना प्रभारी के अचानक इस बदले हुये रुख को देख कर एक ओर जहां आमजनमानस अपने को सुरक्षित महसूस करने लगा वहीं दूसरी ओर अपराधियों के बीच पुलिस का खौफ भी सताने लगा है। थाना प्रभारी अमहिया ने एक ओर जहां चाकू बाज को गिर तार किया तो वहीं दूसरी ओर गल्लामंडी में अराजकता फैलाने वाले दो गुटों के विरुद्ध कार्रवाई की। इतना ही नहीं एक सूदखोर को भी कर्जदार पर धौंस दिये जाने पर सबक सिखाया है। थाना प्रभारी ने चर्चा के दौरान बताया कि थाना क्षेत्र में असमाजिक तत्वों की हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सिरमौर चौराहा अपराधियों को अड्डा माना जाता है। इतिहास साक्षी है कि सिरमौर चौराहे में कई गुंडो ने अपनी बादशाहत चलाई है और समय के साथ ही उनका खात्मा भी हुआ है। हाल ही में नरेंद्र नगर का राहुल सोंधिया 19 साल अपने को सिरमौरा चौराहा का गुंडा साबित करने के लिए चाकू लेकर मंडराता रहता था। जिसे अमहिया पुलिस ने धर दबोचा। बताया कि आरोपी राहुल सोंधिया पिता जमुना सोंधिया चौराहा स्थित टैक्सी स्टैंड में चाकू लहरा कर अपने नाम का खौफ पैदा कर रहा था। जिसे सूचना मिलते ही पकड़ लिया गया। आरोपी के विरुद्ध आ र्सएक्ट की कार्रवाई करते हुये न्यायालय में पेश कर दिया गया।
दो दिन पूर्व थाना क्षेत्र के गल्ला मंडी में व्यापारी राजेद्र गुप्ता का एक अन्य व्यापारी से विवाद हो गया। विवाद इस कदर तूल पकड़ा कि दोनो व्यापारी गुट दुकान छोड़ लाठी लेकर मैदान में उतर गये। दोनो पक्षों के बीच जमकर लाठी चली। मामला जब थाना पहुंचा तो दोनो ही पक्षों पर पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दी। इसी बीच किसी ने मारपीट की बनी हुई वीडियो को वायरल कर दिया। इस बात की जानकारी जब पुलिस को लगी तो गुरुवार के दिन दोनो ही पक्षों को थाना उठा लाई और उन पर अपराध पंजीबद्ध करते हुये दुकान सीज किये जाने के लिए राजस्व विभाग को पत्र लिखा है। अब इन पहलवालों की गेंद न्यायालय और राजस्व विभाग के बीच जा फंसी है। अब देखना यह है कि बीच बाजार में लाठी भांज कर अशांति फैलाने वालों पर न्यायालय और राजस्व विभाग क्या दंड देता है।
इन दिनों सूदखोरों पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जो ब्याज में पैसे देने के बाद राशि वापस पाकर भी कर्जदारों से जबरन वसूली करते है। गुरुवार को थाना प्रभारी अमहिया ने अपने थाना क्षेत्र में रहने वाले आधा दर्जन सूदखोरो को सबक सिखाया है। बताया गया कि अमहिया पुलिस ने सूदखोर गौरव पांडेय, प्रशांत शुक्ला, इस्माइल मंसूरी, रहमान मंसूरी, नीरज साहू, अब्बू पुरवार के विरुद्ध अपराध क्रमांक 06/22 धारा 385, 34 ता.हि. 3,4 मप्र ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। आरोपियों से कोतवाली क्षेत्र के घोघर निवासी अजय कुमार सोंधिया पिता श्यामकुमार ने अलग-अलग लोगो से 6 लाख 75 हजार रुपये ब्याज में लिये थे। कर्जदार अजय द्वारा सूदखोरों को दो लाख रुपये मय ब्याज के ली गई राशि वापस कर दी गई थी। लेकिन उसके बावजूद भी आरोपियों द्वारा अजय सोंधिया को धमकी देते हुये राशि मांगी जा रही थी। जिसकी शिकायत पीडि़त ने अमहिया थाना में की तो थाना प्रभारी तुरंत हरकत में आते ही शिकायत की तहकीकात की और दोषी पाते हुये सूदखोरों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर लिया।