सभी ताजा खबरें पढ़ने के लिए कृपया जरूर जुड़े🙏
Join Now
रीवा। नगर निगम की महापौर की कुर्सी खोने के बाद भाजपा अब विपक्ष की भूमिका में है। 23 वर्षो से नगर निगम में राज कर रही भाजपा का कुर्सी जाने का गुस्सा धीरे-धीरे निकपने लगा है। हालांकि अभी भाजपाई पार्षद आगे नही आये है बल्कि समर्थन देने वाले निर्दलीयों को आगे कर राजनीति शुरू कर दी है। ऐसा हम नही अब जनता के बीच चर्चा होने लगी है। लोंगो का कहना है कि बेवजह मुद्दों को मुद्दा बनाकर विरोध किया जा रहा है। यह चर्चा बुधवार को वार्ड क्रमांक 40 की पार्षद नीलू कटारिया के जोन 4 कार्यालय में किये गए हंगामे के बाद शुरू हुई। उनके द्वारा मीटिंग में गए अधिकारी के नाम का पर्चा चिपका कर हंगामा किया गया, इस दौरान उनके साथ वार्ड के लोंग रहे जो अधिकारी-कर्मचारियो को बुरा भला भी कहते रहे। इतना ही नही शासकीय कार्य मे बाधा की भी हुई यह भी कहा जा रहा है।
क्या है मामला…
बता दें कि बुधवार को महापौर अजय मिश्रा बाबा द्वारा नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी की मीटिंग ली गई, जिसमे सभी जोन के अधिकारी-कर्मचारियो को निगम कार्यालय मीटिंग हॉल में बुलाया गया था। सभी निर्धारित समय 11.30 बजे पहुंच गए जहां निर्धारित समय मे अधिकारी-कर्मचारियो से परिचय प्राप्त कर महापौर ने समीक्षा की। मीटिंग का एजेंडा सोमवार को जारी करते हुए इस संबंध में जानकारी भी सार्वजनिक कर दी गई थी। बता दें कि इस बात की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद भी वार्ड क्रमांक 40 की पार्षद नीलू कटारिया अपने वार्ड के लोंगो के साथ मीटिंग समय मे ही ज़ोन 4 कार्यालय पहुंच गईं और अधिकारियों के न मिलने की बात कहते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इतना ही नही लापता का पोस्टर भी चिपका दिया जिसमें जोन 4 आरआई लापता लिखा गया जबकि वह महापौर की मीटिंग में थे। पार्षद के हंगामे की जानकारी जैसे ही सार्वजनिक हुई तो लोंग तरह-तरह की चर्चा करने लगे। कहा जाने लगा कि पार्षद को मीटिंग की जानकारी थी फिर भी राजनीति करने वह उसी समय पर कार्यालय पहुँची जब मीटिंग में सभी अधिकारी-कर्मचारी व्यस्त थे। जब मीटिंग में अधिकारी-कर्मचारी थे तो कार्यालय में कैसे उपस्थित हो सकते थे।
तो यह है मामला!…
वही पार्षद द्वारा किये गए हंगामे व लापता के पोस्टर व राजश्व निरीक्षक राजेश सिंह पर लगाये गए आरोपों को लेकर भी तरह तरह की चर्चा होने लगी, चर्चा में कहा जा रहा है कि पार्षद ने किसी कार्य के लिए राजेश सिंह पर दबाव बनाया था यह दबाव चुनाव के पहले से बनाया जा रहा था व चुनाव जीतने के बाद देख लेने की बात कही जा रही थी। जैसे ही चुनाव में जीत मिली तो फिर उस काम के लिए कहा गया लेकिन नियम विरुद्ध तरीके से नही होने के चलते राजेश सिंह ने मना कर दिया। जिसके बाद इस प्रकार से सुनियोजित विरोध किया गया। हालांकि चल रही इन चर्चाओ व पार्षद द्वारा आरआई पर लगाये जा रहे आरोप दोनो में से क्या हकीकत है यह तो जांच में ही सामने आएगा।
पार्षद के यह आरोप…
वार्ड क्रमांक 40 के नवनिर्वाचित पार्षद नीलू कटारिया एवं वार्ड के वासियों द्वारा नगर निगम के जॉन क्रमांक 4 अधिकारियों पर आरोप लगया है कि वार्ड क्रमांक 40 में राशन कार्ड हो एवं आवास योजना में किए जा रहे धांधली बाजी एवं पैसे की मांग की जा रही है। अधिकारी-कर्मचारी रहते नही, नाम जोड़ने के लिए रुपयों की मांग की जाती है। मोहर्रिर अपने थैले में योजना को रखते हैं। पार्षद ने कहा कि उन्होंने राजश्व निरीक्षक राजेश सिंह को फोन किया तो उन्होंने कहा कि आपकी समस्या सुनने को समय नही है और जोन आये तो वह मील नही कुर्सी खाली है।