रीवा। जिले के सिरमौर क्षेत्र में संक्रमण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, आलम यह है कि रोजाना इससे प्रभावित गांवों की संख्या बढ़ती जा रही है, मंगलवार को पांच गांव प्रभावित थे जो बढ़कर अब 8 हो गए हैं, 24 घंटे के अंचर चार नए गांवों में संक्रमण का ग्राफ बढ़ा है और मरीजों की संख्या बढ़ी है। बता दें कि बुधवार को एक और मौत महिला की उल्टी-दस्त की बीमारी के चलते हो गई, हालांकि वह गंभीर संक्रमण की बीमारी की चपेट में पूर्व से थी। लगातार बढ़ रहे संक्रमण के ग्राफ से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, बीमारी के कारण को अभी तक स्वास्थ्य विभाग जान नहीं पाया है, इसका बड़ा कारण यह है कि बीमारी के जो कारण मानकर सेंपल लिए जा रहे हैं वह निगेटिव आ रहे हैं। हालांकि प्रभावित गांवो का सर्वे बुधवार को एक बार फिर मेडिकल कॉलेज की टीम सहित जिला अस्पताल की टीम ने किया है। कई सेंपल फिर से लिए गए हैं। इतना ही नहीं लगातार मानिटरिंग के लिए अलग-अलग दल तैनात किए गए हैं। गांव में जिन घरों में मरीज नहीं भी मिले हैं, वहां दवाओं का वितरण किया गया है।
इन और गांवो में फैला संक्रमण
बता दें कि संक्रमण अब माड़ौ, पैपखरा, सौर 568, तेदुन में फैला था लेकिन मंगलवार की शाम ही स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली कि हिनौता 584 में कई लोग उल्टी-दस्त से पीडि़त है, जिसके बाद देर शाम ही टीम पहुंची तो वहां 12 मरीजों को चिंहित किया गया। जिसमें दो मरीज तो प्राइवेट अस्पताल में रीवा उपचार कराने आ गए और बाकि को घर में ही दवा दी गई और आराम मिलने के बाद टीम लौटी, टीम का सपंर्क जारी था कि उन्हेंं सौर 569, तिलखन व बेधौआ में मरीजों के होने की जानकारी यहां जब सर्वे किया गया तो करीब 16 मरीजों को चिंहित किया गया। जिसमें तिलखन में 8 मरीज, सौर 569 में 5 मरीज व एक मरीज बेधौआ में मिला। गंभीर मरीजों के सिविल अस्पताल ले जाया गया व एसजीएमएच रेफर किया गया।
महिला ने मायके में तोड़ा दम
बता दें कि गांव तिलखन निवासी सुशीला कोल पति राजदूत कोल उम्र 28 वर्ष की मृत्यु मंगलवार की शाम करीब सात बजे हुई। हालांकि इस बात की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को बुधवार को हुई। बताया गाया कि वह भी उल्टी दस्त से पीडि़त थी जिसे 13 जून को एसजीएमएच ले जाया गया था, यहां उसे 14 जून को दोपहर छुुट्टी दे दी गई जहां से वह कमसरियत अपने मायके चली गई, देर शाम फिर तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। बताया गया कि महिला गंभीर संक्रमित बीमारी से पीडि़त थी जो एक और चिंता का विषय है, अब उसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग को सेंपल लेने होंगे।
फिर पहुंची टीमें, लिए सेंपल
जानकारी के मुताबिक जिन-जिन गांवों में उल्टी-दस्त के मरीज मिल रहे हैं, इन-इन गांव में लगातार स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेंपलिंग की जा रही है लेकिन सभी रिपोर्ट्स निगेटिव है, अब तक स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी के फैलने का कारण नहीं पता लगा पा रहा है। बुधवार को मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल की टीमें यहां पहुंची और जांच की है, इसके अलावा टीम गांवो में तैनात है। बतादें कि मंगलवार को लिए गए सेंपलो की सभी रिपोर्ट निगेटिव आई हैं।
चपेट में दलित बस्तियां
हैरानी इस बात की है कि जिन गांवो में मरीज मिल रहे हैं, वह आदिवासी व साकेत समाज के है। जिन बस्तियों में यह निवास कर रहे हैं, वहां ही संक्रमण का ग्राफ बढ़ रहा है। बुधवार को भी मिले 23 संक्रमित में सभी इसी समाज के रहे, हिनौता 568 में अजीत कोल, सुकवरिया कोल, संगीता रावत, मोहिनी कोल, साक्षी कोल, लीलावती कोल,ओम कोल, सानू कोल, सियाप्यारी रावत, साक्षी कोल, पप्पू कोल व विशाल कोल संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा तिलखन गांव में पूजा कोल, छोटी कोल, महक कोल, सरस्वति कोल, दिलीप कोल, रामाश्रय कोल, अर्जुन कोल व अंश कोल पीडि़त मिले हैं। इसके अलावा सौर 569 में पारस कोल, गुडिय़ा कोल, अंश साकेत, रामसजीवन साकेत व महावीर साकेत पीडि़त मिले हैं। बेधौआ में रामसेवक पटेल को दस्त की शिकायत है।
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तीन नए गांव में उल्टी दस्त के मरीज मिले हैं, एक महिला की मौत मंगलवार की देर शाम हुई है। मरीजों को चिंहित कर उपचार किया जा रहा है, मेडिकल कॉलेज सहित जिला अस्पताल की टीम ने निरीक्षण किया है, पूर्व के सेंपलो की रिपोर्ट निगेटिव है, संक्रमण किन कारणों से फैल रहा इसकी जानकारी अभी फिलहाल नहीं हो पाई है।
डॉ.एनएन मिश्रा, सीएमएचओ रीवा।
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