रीवा। जिले सहित प्रदेश भर में गांव की सरकार बनाने व गांव की सरकार का नेतृत्व करने दावेदार चुनावी मैदान पर कूद चुके हैं, गांव के विकास को लेकर बड़े-बड़े वादे किए जा रहे है, गांव का विकास किया जाए इसको लेकर रीवा जनपद पंचायत की करहिया नंबर 1 ग्राम पंचायत ने अनोखा निर्णय लिया है, यहां सरपंच और पंच चुनाव बिना ही निर्विरोध चुने गए हैं, इसकी वजह आप जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे गांव के लोगो ने एक जुट होकर निर्णय लिया कि राज्य सरकार द्वारा निर्विरोध चुनी जाने वाले सरपंच और पंच वाली ग्राम पंचायत को 25 लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा, इस ईनाम को लेने गांव वालो ने एक जुटता दिखाई और सरपंच और पंच का चुनाव निर्विरोध किया। इस ईनाम से गांव के विकास कार्य की बात की जा रही है। बता दें कि पंचायत आरक्षित थी जिसमें अनुसूचित जाति वर्ग से रेखा रावत पत्नी मुकेश रावत को सरपंच चुना गया है। इसके अलावा पंच भी निर्विरोध हैं, रेखा ने गांव के विकास कराने की बात कही है और कहा कि जो काम अब तक नहीं हो सके उन्हेंं प्राथमिकता से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि अभी इसकी औपचारिक धोषणा नहीं हुई है लेकिन उक्त आशय की जानकारी मीडिया को देते हुए पूर्व सरपंच ने अपने ग्राम पंचायत के निर्विरोध चुने जाने की बात कही है।
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सरपंच : रेखा रावत पत्नी मुकेश रावत उम्र 28 वर्ष, शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास।
इनको चुना गया पंच…