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रीवा। गरीब मजदूर का शव अस्पताल में छोड़ ठेकेदार सहित अन्य भाग निकले, परिजनों को सूचना तब हुई जब वह वहां पहुंचे। मामले की सूचना पुलिस को हो तो पहले गई थी लेकिन परिजनों को बाद में जानकारी हुई। मजदूर को अस्पताल तक लाने वाले कौन थे, उसकी मृत्यु कैसे हुई, आखिर उसे छोड़ सब भाग क्यों गए? इन तमाम सवालों के जबाव अब पुलिस खोज रही है। हालांकि अभी तक कुछ स्पष्ट नही हुआ है, परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं तो पुलिस प्रत्यक्ष दर्शियों के कहे अनुसार इसे फिलहाल घटना बता रही है। हालांकि जांच की जा रही है जल्द ही अमहिया पुलिस मामले का खुलासा करेगी।
क्या है मामला….
जानकारी के मुताबिक अर्जुन नगर में किसी जनवाणी की बहुमंजिला बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है, अभी तक हुई पड़ताल में सामने आया कि इसका ठेका किसी अनादि ग्रुप को दिया गया था, इसी ठेकेदार के अंडर में चोरहटा निवासी मो जाबिर नाम का युवक मजदूरी करता था, जिसे कंल घायल अवस्था मे ठेकेदार सहित अन्य अस्पताल लेकर आये, डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किये जाने के बाद वह एक एक कर वहां से शव छोड़ भाग गए। इसी बीच परिजन वहां पहुंचे तो उसको डॉक्टरों ने बताया कि युवक की मृत्यु हो चुकी है। जिसके बाद ठेकेदार से संपर्क किया गया तो उसने फोन भी नही उठाया। श्रमिक के पिता मो जमाल के अनुसार उसे 11 बजे रात शनिवार को सूचना दी गई कि उसके बेटे को गंभीर चोटें आई है, जिसके बाद वह जब वहा पहुंचा तो युवक का शव अस्पताल में मिला। ठेकेदार अनादि ने श्रमिक के ही फोन से सूचना दी थी वह भी लेके वह भाग गया। जबकि वही पुलिस को इस संबंध में सूचना 4 बजे शाम ही शनिवार को दे दी गई थी। मामला पूरी तरह से उलझा हुआ है पुलिस जांच में जुटी हुई है।
हत्या का आरोप…
वही परिजनों का आरोप है कि श्रमिक को दो माह से ठेकेदार ने वेतन नही दिया था। इसको लेके बातचीत भी दोनो के बीच मे हुई थी। श्रमिक का कहना था कि वेतन दे दो वह काम छोड़ना चाहता है लेकिन नही दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि उनके बेटे के साथ मारपीट हुई है और उसे नीचे बिल्डिंग से गिराया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को मामले की जानकारी होने के बाद भी वह कुछ नही कर रही थी, उन्होंने ने ही फोन करने वाले को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। बताया कि जब वह बिल्डिंग में गए तो वहां सब बर्तन और बिस्तर ले कर भाग गए, वहां भी कोई नही मिला। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर कार्यवाही करे।