रीवा। विंध्य क्षेत्र में तत्कालीन सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी कांग्रेस में सेंध लगाने वाले और विंध्य क्षेत्र में भाजपा का उदय करने वाले जनक वरिष्ठ भाजपा नेता भगवतशरण माथुर का निधन मंगलवार को हो गया, बुधवार को भोपाल में अंत्येष्टि की गई और वह पंच तत्व में विलीन हो गए। बता दे कि वरिष्ठ भाजपा नेता भगवतशरण माथुर ने विंध्य क्षेत्र सहित रीवा जिले में कांग्रेस को सेंध लगाकर भाजपा का उयद किया, उनके द्वारा तत्कालीन समय में देश की सबसे बड़ी पार्टी मानी जाने वाली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से लेकर विधायक तक को भाजपा पार्टी की विचारधारा व आरएसएस से जोड़ा। विंध्य क्षेत्र में भाजपा के माने जाने नेता भी भगवतशरण माथुर की ही देन कहे जा सकते है, उस समय वह जिले में संगठन मंत्री के रूप में काम कर रहे थे और उनका विंध्य क्षेत्र से कई वर्षो तक नाता रहा, यही वजह थी कि उनको इस क्षेत्र से काफी लगाव था। रायगढ़ में जन्मे भगवतशरण माथुर 1994 से भाजपा के कार्य में जुटे हुए थे, उन्होंने आरएसएस प्रचारक के रूप में भी काफी समय तक काम किया।
जब लोकप्रियता के बीच फूंका गया पुतला—बता दे कि विंध्य क्षेत्र में लोकप्रिय होने के बाद भी एक समय ऐसा आया कि सड़को पर भगवतशरण माथुर के लिए काफी विरोध किया गया। वह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व.श्रीनिवास तिवारी को लेकर दिए गए बयान के बाद विवादों में आए थे और कांगेसियों ने उनका विरोध कर पुतला भी फूंका था। हालांकि बाद में बयान पर खेद जाहिर करते हुए भगवतशरण माथुर ने फिर से बयान जारी किया था जिसके बाद विरोध भी थम गया। उनके निधन से समूचे विंध्य क्षेत्र में शोक की लहर है, भगवतशरण माथुर के निधन पर सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, पूर्व मंत्री विधायक राजेन्द्र शुक्ल, विधायक नागेंद्र सिंह, दिव्यराज सिंह, श्यामलाल द्विवेदी, प्रदीप पटेल, केपी त्रिपाठी, पंचूलाल प्रजापति सहित निगम के पूर्व महापौर ममता गुप्ता, पूर्व वित्त प्रभारी नीरज पटेल, एमआईसी सदस्य मनीष श्रीवास्तव, व्यंकटेश पांडेय, सतीश सिंह, शिवदत्त पांडेय, सहित पूर्व पार्षद रूपा राजकुमार जैसवाल, अधिवक्ता मानवेन्द्र द्विवेदी सहित अन्य ने शोक व्यक्त किया है।