रीवा। शिक्षा के नाम पर चल रहा गोरखधंधा आए दिन बढ़ता ही जा रहा है, अच्छे कैरियर की चाह लिए भोले-भाले छात्रों को अपने चंगुल में फंसा ऐसे संचालक मोटी कमाई कर रहे हैं। शायद यही वजह है कि जिले में गली-गली इस प्रकार के धोखाधड़ी करने वाले संस्थान संचालित है, जिन पर प्रशासन की सख्ती नहीं होने से वह मोटी कमाई तो कर ही रहे है उल्टा छात्रों का भविष्य भी अंधकार में डाल रहे है। हैरानी इस बात की है कि इस प्रकार के अवैध संचालको पर जिम्मेदार कोई कार्यवाही नहीं करते और मौन साधे बैठे रहते है। हालांकि एक शिकायत पर ऐसे ही एक संस्थान पर कार्यवाही करते हुए उसे सील किया गया है।
जानकारी के मुताबिक कम्प्यूटर कोर्स के नाम पर छात्रों से पन्द्रह हजार रूपये की ठगी करने पर स्मार्ट बैल्यू लिमिटेड कंपनी के आफिस को बुधवार को प्रशासनिक अमले द्वारा सील कर दिया गया है। बताया गया कि गत दिवस जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर के समक्ष शिकायतकर्ता प्रिया कोरी पिता छोटेलाल कोरी उम्र 17 वर्ष ने बताया था कि उससे 15 हजार रूपये कम्प्यूटर कोर्स के नाम पर जमा कराये गये हैं। कलेक्टर के निर्देश पर जिला प्रशासन के अधिकारी व थाना प्रभारी समान ने स्मार्ट बैल्यू लिमिटेड कंपनी के कार्यालय की जांच की गई जिसमें कंपनी द्वारा वैध दस्तावेज प्रस्तुत न किये जाने पर आफिस को आगामी आदेश तक के लिये सील कर दिया गया।
कलेक्ट्रेट में वापस कराई राशि
बताया गया कि संचालक को कलेक्टर कार्यालय बुलाकर छात्रा की राशि वापस कराई गई। इसी प्रकार निशा कुशवाहा पिता श्यामलाल कुशवाहा उम्र 17 वर्ष ग्राम देवरा हुजूर की शिकायत पर भी कंपनी से राशि संबंधित को वापस कराई गई। नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला ने बताया कि स्मार्ट बैल्यू कंपनी से संबंधित अन्य शिकायतों की भी जांच प्रशासन स्तर से कराई जा रही है।
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