रीवा। आय से अधिक संपत्ति मामले में ईओडब्ल्यू द्वारा मऊगंज में की जा रही जांच की रिपोर्ट सामने आई है। इस मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। समयपाल पद पर पदस्थ कर्मचारी की संपत्ति करोड़ो में मिली है, जिसके दस्तावेज भी ठीक से नहीं मिल रहे हैं। अधिकारी खुद समयपाल की संपत्ति की गणना के दौरान हैरान रहे कि इस पद पर पदस्थ एक कर्मचारी की इतनी संपत्ति कैसे हो सकती है। बता दें कि रविवार अलसुबह ईओडब्ल्यू की टीम ने मढ़ा गांव में मऊगंज में पीडब्ल्यूडी में पदस्थ समयपाल पन्नालाल शुक्ला के यहां दबिश दी थी, जिसके बाद उसकी इन सपंत्तियों का खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार आय से अधिक संपत्ति मामले की शिकायत एसपी वीरेन्द्र जैन से की गई थी जिसके बाद गोपनीय जांच की गई और फिर 20 सदस्यीय टीम ने छापा मारा तो यह खुलासा हुआ।
क्या-क्या मिला समयपालन के घर
ईओडब्ल्यू की टीम को जांच के दौरान गांव में ही 3600 वर्ग फिट में बने दो मंजिला मकान जो कि करीब 95 लाख का बताया गया है, इसके अलावा 8 बैंक खातों की पास बुक में 6 लाख रुपए जमा मिले, पोस्टआफिस में 65 हजार करीब बीमा की पॉजिसियां, जमा प्रीमियम 2 लाख 70 हजार व 39 हजार 450 रुपए नगद मिले हैं। एक फोर व्हीलर, 2 बाइक, एक स्कूटी सहित मढ़ा में भी जमीन, इसके अलावा समयपाल के पुत्र के नाम से प्लॉट व जमीन जिले सहित बाहर खरीदे पाए गए है। इस प्रकार से करोड़ो की संपत्ति का खुलासा हुआ, वहीं समयपाल की आय आंकी गई तो बीते 35 वर्ष की सेवा में उसकी कमाई 40 लाख रुपए मिले हंै लेकिन संपत्ति डेढ़ करोड़ से अधिक की चल व अचल है।
दिन भर मचा रहा हड़कंप
बता दे कि जिले में रविवार को हुई इस कार्यवाही से दिन भर हड़कंप मचा रहा, इस प्रकार से आय से अधिक संपत्ति वाले अधिकारियों की चर्चाए जोरो पर रही। लोग इन पर जल्द ही कार्यवाही की बात करते रहे। कार्यवाही में निरीक्षक मोहित सक्सेना, प्रवीण चतुर्वेदी, उपनिरीक्षक सीएल रावत, आशीष मिश्रा, अभिषेक पाण्डेय, गरिमा त्रिपाठी सहित करीब 20 सदस्यीय टीम शामिल रही।